विधवा चाची की तड़प की आग बुझाई।
(Family Sex Stories) 375
नमस्ते दोस्तो मेरा नाम आरव है
मै उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से हु। मेरी उमर 19 वर्ष है और मैं गोरा और 6 फिट 2 इंच का हु।
ये बात तब की है जब मैं 12 वि में था मेरी चाची नजमा जो कि विधवा है। मै उन्हीं के पास चला गया अपनी पढ़ाई पूरी करने।
भाड़े का रूम था तो एक ही कमरा था और मैं और चाची एक ही साथ सोते थे, हमारे साथ उनका 7 साल का बेटा भी सोता था।
एक रात मेरे कान में सीस कारी भरने की आवाज आई मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, लेकिन एक चीज पता थी कि आवाज चाची के तरफ से ही आ रही है मै उस रात सो गया।
अगली रात फिर वही आवाजें आ रही थी मै समझ गया कि कुछ तो गड़बड़ है
मै अगले दिन मौके की तलाश करने लगा कि कब आवाज आए और मै लाइट ऑन कर दु, आवाज आई मै लाइट चालू किया तो चाची का एक हाथ उनकी बूब्स पर और एक उनकी पेंटी के अंदर था मै समझ गया लेकिन मैं टॉयलेट का बहाना कर के चला गया।
उनको भी लगा कि मुझे कुछ पता नहीं है। लेकिन मै उस रात सो नहीं पाया मुझे चाची के तरफ आकर्षण होने लगा था मुझे उनको नंगा देखने का मन करने लगा
फिर मैं उनको नहाते हुए छुप के देखने का प्रयास करने लगा, एक दिन नहाते हुए उनकी boobs दिखी मै तो हैरान रह गया वो इतने बड़े थे मेरी लाइफ का पहला दृश्य था कि मैं किसी के बूब्स आंखों से देख रहा हु।
मेरी चाची लगभग 40 की है उनकी बूब्स लगभग 36 के है और वो एक दम गोरी चित्ती है
एक दिन की बात है वो नहा रही थी और मैं स्कूल से आया और टॉयलेट करने बाथरूम में चला गया। मुझे अंदाजा नहीं था कि वो अंदर नहा रही है।
तभी मै उनको अचानक से देखा वो बिल्कुल नंगी थी उनके बूब्स लटके हुए थे और उनकी चूत पे हल्के बाल थे मै देख में मानो मूर्ति बन गया लेकिन मैं वहां से जल्दी भगा।
जब वो आई तो मै उनसे माफी मांगा वो बोली कोई बात नहीं गलती हो जाती है।
मै बोला कि आप बिल्कुल नंगी थी मै आपको उसी हालत में देख लिया।
उन्होंने बोला तो क्या हो गया देख लिए तो, आखिर मेरे बच्चे जैसे हो।
हमने डिनर किया और सोने चले गए।
मै रात में उनसे उनकी लाइफ के बारे में बाते करनी चालू कर दी की उन्होंने दूसरी शादी की क्यों नहीं सोची,
ऐसे ही करते करते वो मुझे सोने के लिए कहने लगी, मैं उनको light ऑन करके सोने के लिए बोला वो राजी हो गई
जब उनको लगा कि मैं सो गया फिर से वो अपने चूत में उंगली करने लगी ये देख के तथा उनकी आवाज सुन के मेरा भी खड़ा हो गया। लेकिन मै कुछ नहीं कर सकता था सिवाए मूठ मारने के।
मै उनको चोदने की planning करने लगा ।
एक दिन जब स्कूल मै मैने रिप्रोडक्शन सिस्टम पढ़ा तो मुझे एक idea आया।
मै चाची से मजाक मजाक में बोला कि आप लोग बचपन में हम बच्चो को बहुत मूर्ख बनाते हो,
वो बोली वो कैसे
मै बोला कि मैं इंसान के body के बारे में सब कुछ जनता हु
वो बोली इसमें हम ने झूठ क्या बताया है
मै बोला मुझे पता है कि बच्चे परिया नहीं लाती वो पेट में होता है
वो बोली अच्छा
मै बोला हां
मै उनसे पूछने लगा कि मुझे एक चीज समझ नहीं आई कि बच्चे अंदर कैसे जाता है
वो हंसने लगी और बोली कि टीचर से पूछा तो नहीं
मै बोला नहीं
वो बोली ये उमर के साथ समझ जाओ गे
मै बोला आप समझाओ ना मुझे अभी जानना है
वो बोली नहीं ये तुम खुद जन जाओगे
मै जिद्द करने लगा बताने को।
आखिर कर वो बताने को राजी हो गई
वो बोली कि जब मर्द अपने प्राइवेट पार्ट को औरत के प्राइवेट पार्ट में डालता है तो बच्चा अंदर जाता ही
मै बोला कि ये कैसे होता होगा (मै उनके सामने अंजान बन रहा था)
वो भी शायद शर्मा रही थी
तभी मै बोला कि मैं औरत का प्राइवेट पार्ट नहीं देखा हु आप दिखाओ ना।
वो बोली नहीं ऐसा नहीं करते समय के साथ तुम भी देख लोगे।
मै जिद्द करने लगा और बोला आखिर आपके बच्चे जैसा हु दिखाओ न चाची।
वो बोली ठीक है लेकिन सिर्फ देखना
और वो अपनी सलवार का नाडा खोलने लगी और अपनी कच्छी को नीचे किया उनकी चूत को मै पास से देख रहा था एक दम गोरा बिल्कुल चिपका हुआ मानो जैसे एक ब्लेड से सिर्फ चीरा लगाया गया हो
मै उनसे कहने लगा कि इसमें मर्दों का अंदर जाता कैसे होगा भला
वो झल्ला के बोली कि तुम समझ क्यों नहीं रहे तुम उमर के साथ सब जान जाओगे ।
मै उनसे उसको छूने की जिद्द की वो नहीं मानी
फिर मै नहीं माना और उनकी चूत को छू दिया वो काप सी गई और मैं झट से सहलाने लगा
वो मना करती रही मै सहलाता रहा
वो बार बार कह रही थी कि ये गलत है
मै बिना रुके सहलाता गया
और अंतिम में अपनी जुबान उनकी चूत पर रख दी और उसको चूसने लगा, और ice cream की तरह चाटने लगा वो सीस किया भरने लगी।
लगभग आधे घंटे तक चाटने के बाद मै अपनी पेंट उतार दिया वो तो बहुत गरम हो ही गई थी।
वो अभी भी कह रही थी कि ये गलत है
मै उनको माना रहा था कि कुछ गलत नहीं है जिस्म की आग बुझनी जरूरी है।
और मेरा भी बहुत टाइट हो गया था मै उनको नंगा करने लगा।
अब वो और मै दोनों लोग पूरे नंगे थे।
मै उनकी बूब्स को दबा रहा था और वो मेरे 7 इंच के फौलादी लंड को चूस रही थी
थोड़ी देर बात मै उनकी चूत पर अपने lund को सेट किया और धक्का देने लगा।
बहुत दिनों से से न चुदाने की वजह से चूत फिर से टाइट हो गई थी लेकिन आखिर कर मेरा lund अन्दर गया और चाची की चीख निकल गई।
और मै लगातार चोदता रहा कई साल बाद उनको lund का मजा मिला था
वो भी उछल उछल कर चूद रही थी
काफी देर चोदने के बाद वो बोली आज मेरी चूत के अंदर की माल निकाल दो मेरी भी चूत कि प्यास बुझा दो
और मैं उनकी चूत में ही झड़ गया
ये था मेरी चाची के साथ बिताए समय का एक पहलू आगे की और कहानियों को जानने के लिए मेरे प्रोफाइल पे जरूर आए।
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