गांव की कुंवारी लड़की को खेत में चोदा

टीन विर्जिनिटी लॉस्ट स्टोरी में मेरे गांव की एक लड़की मेरे पीछे पड़ गयी. होली वाले दिन वह मुझे अन्धेरे स्थान पर ले गयी और मेरा लंड नंगा करके पकड़ लिया. उसके बाद वह चुदी भी.

हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम वाशु है.
मैं मध्य प्रदेश के एक छोटे से जिले से हूँ और फिलहाल भोपाल में रहता हूँ.

यह टीन विर्जिनिटी लॉस्ट स्टोरी मेरे गांव की उस समय की कहानी है जब मैं 19 साल का था और ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ता था.

मैं अब भी अपने गांव में जाता रहता हूँ.
उसका कारण गांव की एक लड़की है, जो मुझे काफ़ी पसन्द है.
वह स्कूल के समय से मुझे पसंद थी और दिखने में भी बहुत अच्छी है. वह भी मुझे मन ही मन पसंद करती थी.

मैं जब भी गांव जाता था, तो उसे मेरे आने की जानकारी हो जाती थी और वह किसी न किसी बहाने से मेरे सामने आकर मुझे लाइन देती थी.
वह मुझे हमेशा किसी ना किसी बहाने से छूने की कोशिश भी करती रहती थी.

वो दिखने में हॉट माल है .. हालांकि वह कद छोटी थी पर अपने इसी छोटे कद के कारण वह मुझे और भी प्यारी लड़की दिखाई देती है.

उसका साइज़ भी काफी गदराया हुआ था.
नाप का सही सही अंदाजा तो नहीं है, तब भी वह 34-28-36 का माल थी.

हालांकि उसका स्कूल के समय में ये साइज़ कम था. उस वक्त उसका साइज़ मैंने उसके नहाते समय देखा था.

दरअसल हम लोग गांव में नहाने के लिए नदी चले जाते थे.
तो वह वहाँ भी मेरे पीछे पीछे आ जाती थी.

नदी पर काफ़ी लोग होते थे, तो वह पानी के अन्दर जाकर हमेशा ही मेरे करीब आ जाती थी और मुझे छूने की कोशिश करती.

मैं उस वक्त उस पर ज़्यादा ध्यान नहीं देता था.

एक दिन उसने मुझसे कह भी दिया था- मैं तुमसे प्यार करती हूँ, क्या तुम मुझे पसंद नहीं करते हो!
उसकी बात सुनकर मैंने भी हां कह दी थी.

उस समय वह मुझे अपने घर के अन्दर बुलाने लगी थी.
पर मेरी फट रही थी तो मैं वहाँ से चला गया था.

फिर मैं अपने घर वापस आ गया.

कुछ दिनों बाद होली का अवसर था, हम सब गांव गए हुए थे.

मैं अपने दोस्तों के साथ होली खेल कर आया हुआ था और अपने किसी दोस्त से फोन पर बात कर रहा था.
तभी कोई ने पीछे से आकर मेरा हाथ पकड़ लिया.

मैंने ध्यान नहीं दिया.
मुझे लगा कि मेरा कोई दोस्त है, पर उसने मेरे हाथ को ले जाकर अपनी टी-शर्ट के अन्दर नर्म नर्म दूध पर रख दिया.

मैं इस अहसास से एकदम से चिहुँक उठा और मैंने जल्दी से पीछे देखा.

उसने अपना हाथ नीचे कर लिया और मुझे पकड़ कर अंधेरे में खींचती हुई ले गई.

मैंने जल्दी से कॉल कट की और उससे पूछा कि ये क्या कर रही हो?
उसने कहा- चुप रहो, नहीं तो मैं शोर मचा दूँगी कि तुम मेरे साथ गलत करने की कोशिश कर रहे हो!

यह सुनकर मैं चुप हो गया.

अब उसने बिंदास मेरा लोवर नीचे को खींचा तो उसी के साथ मेरा अंडरवियर भी नीचे आ गया.
उसने लपक कर मेरे लंड को पकड़ लिया और हिलाने लगी.

मैं ये देख कर हतप्रभ रह गया पर मुझे भी मजा आ रहा था, तो मैं चुप रहा.

फिर अचानक से मेरा डर जाग गया कि कहीं कुछ लफड़ा न हो जाए, तो मैंने उसे धक्का देकर खुद से दूर कर दिया और अपने कपड़े ठीक करके वहाँ से निकल गया.

उस पूरी रात को मैं सो नहीं पाया.
मैं बस किसी तरह से सुबह होने का इंतजार करता रहा.

सुबह मैं उससे मिला और पूछा कि तुम कल वह सब कैसे कर रही थी?
उसने कहा- जो मेरा है, उसे मैं तो लूँगी ही!

तो मैंने कहा- वह तुम्हारा कब से हो गया?
उसने कहा- जब से पकड़ा है.

मैं उसकी हिम्मत देख कर अवाक था.

तभी उसने साफ शब्दों में कहा- मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है. तुम मुझे जितना चाहो चोद लो.
मैं बोला- मैं चढ़ गया तो मर जाओगी, पूरी पागल हो क्या?

वह बोली- मैं नहीं जानती, मुझे बस तुम्हारे साथ सेक्स करना है.

मैंने सोचा कि साली ने मेरा मुरझाया लंड देखा है, यदि मैं इसे एक बार अपना खड़ा हथियार दिखा दूँगा, तो यह लंड का आकार देख कर डर जाएगी.

मैंने उससे कहा- ठीक है, मैं रात में खेत में मिलूँगा.
वह चली गई.

वह शाम को ही वहाँ पहुंच गई और मेरा इंतजार करने लगी.

मैं जैसे ही वहाँ पहुंचा, उसने मुझे पकड़ा और सीधा खेत के बीच में ले गई.
वह मुझे किस करने लगी.

मैं कुछ नहीं कर रहा था पर उसकी चुम्मियों से मैं धीरे धीरे गर्म होने लगा और मैं भी उसका साथ देने लगा.

फिर मैं भी धीरे धीरे उसके बूब्स दबाने लगा.

मैंने जैसे ही उसके बूब्स पकड़े, तो मैं हैरान रह गया.
ऊपर से उसके सख्त दिखने वाले दूध इतने मुलायम होंगे .. इसकी उम्मीद ही नहीं थी.

मैं उसकी टी-शर्ट के ऊपर से ही उसके दूध दबाते हुए बहुत गर्म हो चुका था.
मुझे मजा आने लगा था तो मैं ज़ोर ज़ोर से उसके बूब्स दबाने लगा.

वह मादक सिसकारियाँ लेने लगी और बोलने लगी- आह और तेज … आह आ आहा और तेज आ मीठा मीठा दर्द हो रहा है!

जब वह ऐसा कहने लगी तो मैंने उसे ऊपर से नंगी कर दिया.
फिर उसकी ब्रा को हटा कर मैं उसके बूब्स पीने लगा.

मुझे उसके दूध चूसने में बहुत मजा आ रहा था.

तभी उसने एक झटके से मेरा लोवर नीचे खींच दिया तो सुबह के जैसे मेरा कच्छा भी सरकता चला गया.

उसने लपक कर मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया.

तभी मैंने अपने मोबाईल की टॉर्च जला दी.
मोबाईल की रोशनी में वह मेरे लंड को देख कर बोली- इतना बड़ा है ये … और कितना ज्यादा मोटा भी है!

मेरे मूसल जैसे लौड़े को देख कर उसकी आंखें खुली की खुली रह गईं.
उसने कहा- तुम सच बोल रहे थे कि मैं मर जाऊंगी!

मुझे लगा कि शायद अब इसका सेक्स का भूत उतर जाएगा, पर नहीं.
उसने मेरे लंड को पकड़ा और ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी.

किसी लड़की के हाथ को अपने लौड़े पर पाकर मैं भी आंखें बंद करके मजे लेने लगा.
कुछ देर बाद मेरा माल निकल गया.

उसने मेरे माल को अपने बूब्स पर लगा लिया और अब वह अपनी पैंटी निकाल कर खड़ी हो गई.
वह बोली- देखो, इसमें से कितना ज्यादा पानी आ रहा है!

मैंने उसकी चुत पर हाथ रख देखा.
उसकी चुत पर झांटें उगी थीं. मैंने मोबाईल की टॉर्च से देखा तो उसकी चुत पर भूरे रंग के छोटे छोटे बाल थे.

उसकी चुत बहुत ही प्यारी लग रही थी.
मेरा मन कर रहा था कि इसको लिटा कर इसकी चुत को खा ही जाऊं!
पर मैंने खुद पर कंट्रोल किया और उसकी चुत पर अपना हाथ फेरा.

वह मेरे सख्त हाथ की छुअन से एकदम से सिहर गई.
वह बोलने लगी- आह कुछ करो न जल्दी!

मैंने जैसे ही उसकी चुत में अपनी एक उंगली डालनी चाही, तो वह पीछे को हट गई.

मैंने किसी तरह से उसको पकड़ा और अपनी उंगली को चुत के अन्दर डाला.
मेरी एक उंगली भी बड़ी मुश्किल में घुस पाई थी तो मूसल ब्रांड लंड पेलने से तो उसकी चुत पक्के में फट जानी थी.

मैंने उसकी तरफ देखा.
उसे उंगली से ही दर्द हुआ.

पर मैंने किसी तरह से उंगली करके उसकी चुत का पानी निकाल दिया.

अब वह शांत थी और उसे ठीक लग रहा था.
मैंने सोचा कि इधर ज़्यादा देर रहना ठीक नहीं है, कहीं कोई आ गया तो लेने के देने पड़ जाएंगे.

मैंने अपने कपड़े पहने और उससे कहा- कल मिलते हैं!
दूसरी रात का मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था.

शाम होते ही उसने मुझे कॉल किया और खेत में बुलाया.
मैं गया, तो वह चुदने के लिए बिल्कुल रेडी थी.

जैसे ही मैं गया, वह मुझसे लिपड़ गई और हम दोनों ने किस करना चालू कर दिया.

कुछ देर बाद उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मैंने उसके कपड़े निकालना शुरू कर दिए.

जैसे ही मैंने उसके कपड़े निकाले, तो देखा उसने अन्दर ब्रा और पैंटी तो पहनी ही नहीं थी.

साथ ही चुत पर नजर डाली तो देखा कि आज तो उसकी चुत पूरी चिकनी चमेली बनी हुई है.

मैंने कहा- वाहह आज तो पूरी तैयारी से आई हो!
उसने कहा- हां आज ज्यादा टाइम खराब नहीं करना चाहिए.

मैं उसके बूब्स को चूसने लगा और काटने लगा.
उसने कहा- आह काटो नहीं … दर्द हो रहा है.

पर मैं कहां रुकने वाला था.
मैं लगा रहा.

मैंने उसके जिस्म पर हर जगह उसे निशान दिए.
अब जैसे ही मैंने उसकी चुत को हाथ लगाया तो वह सिहर उठी.

मैंने उसकी सिहरन को नजर अंदाज किया और उसे पोजीशन में लिटा कर उसकी चुत को चाटने लगा.

जैसे ही मैंने जीभ की नोक चुत के दाने पर लगाई, उसने मेरा सिर अपनी चुत में घुसा लिया और ज़ोर ज़ोर से आह आह की आवाज़ करने लगी.

मैंने उसकी चुत में अपनी जीभ को घुसेड़ दिया.
वह- आह और ज़ोर से .. आ आहा मर गई मैं .. आअहह खा जाओ इसे!

मैंने उसकी तरफ़ देखा और उससे लंड चूसने का पूछा.
वह तो जैसे रेडी ही थी. उसने अपने हाथ से लंड पकड़ लिया.

मैंने कहा- चलो हम 69 की पोजीशन में करते हैं.
उसको 69 का मतलब नहीं मालूम था. मैंने बिना समय जाया करते हुए 69 का पोज बनाया और वह मेरे लंड को चूसने लगी.

मैं भी मजे से उसकी चुत को चाटने लगा.

कुछ देर तक चुत और लंड चूसने के बाद जब उसने कहा- अब क्या चूसते ही रहोगे .. अब मुझे चोदो न प्लीज .. मुझसे नहीं रहा जा रहा है.

अब तक उसका एक बार पानी निकल चुका था.
मैंने उसकी चुत देखी, तो पूरी गीली हो चुकी थी.

मैंने कहा- तुम्हें दर्द होगा!
उसने कहा- होने दो, तुम बस डालो!

मैंने उसकी चुत के मुँह पर अपने लंड का सुपारा रखा और उसे घिसने लगा.
इससे वह और गर्म हो गई.

उसने आपा खोते हुए कहा- साले मादरचोद कुत्ते .. चोद दे मुझे!
मुझे भी उसकी गाली सुनकर गुस्सा आ गया और मैंने उसकी चुत पर लंड रख कर दबा दिया.
सुपारा चुत की फाँकों में फंस गया और उसी पल मैंने एक धक्का दिया.

अभी मेरा सुपारा ही सही से अन्दर गया होगा कि उसकी आँखों से आँसू आने लगे.
इतने दर्द के बावजूद भी वह कुछ नहीं बोली.

मैंने उसकी हिम्मत देखी तो एक और धक्का मारा, जिससे मेरा आधा लंड उसकी चुत में घुसता चला गया.

मैंने देखा कि उसकी चुत से खून निकलने लगा था.
वह भी अपनी चुत से खून निकलता देख कर ज़ोर ज़ोर से रोने लगी.

लेकिन वाह री छमिया .. उसने मुझे मना नहीं किया.

मैं खुद ही थोड़ी देर के लिए रुक गया इसके बाद मैंने एक और करारा धक्का दे दिया जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चुत में समाता चला गया.

अब उसके मुँह से बहुत ज़ोर से चीख निकल गई.
मैं डर गया कि कहीं किसी ने सुन तो नहीं लिया!

टीन विर्जिनिटी लॉस्ट!

कुछ पल रुकने के बाद मैंने उसका मुँह दबाया और तेज तेज लंड पेलना चालू कर दिया.
कुछ ही देवर बाद वह सामान्य हो गई और मैंने अपनी स्पीड पकड़ ली.

मैं उसे बहुत ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.
शायद अब उसे भी मज़ा आ रहा था और वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.

अब वह बोलने लगी कि और तेज करो आह मजा आ रहा है!

उसके मुँह से अजीब अजीब सी आवाजें आ रही थीं.

वह मुझसे कह रही थी कि आज मेरी जान और तेज करो .. और तेज करो .. बहुत मजा आ रहा है .. आआहह आआहह!

लगभग 20 मिनट तक की ताबड़तोड़ चुदाई में वह दो बार झड़ चुकी थी और अब मेरा भी होने वाला था.

वह पुनः अकड़ने लगी थी और ज़ोर ज़ोर से आवाज़ करने लगी.
मैं जब तक कुछ समझ पाता, वह एक बार और झड़ गई.

अब मेरा भी चरम आ गया था.
मैंने अपना लंड उसकी चुत से बाहर निकाला और उसके मुँह में दे दिया.

उसने भी किसी प्यासी कुतिया के जैसे लंड चूसना चालू कर दिया.
मेरा माल निकलने लगा तो उसने अपना मुँह हटाना चाहा.

मैंने जबरन अपने लंड को उसके मुँह में दबा दिया जिससे उसे पूरा माल पीना पड़ गया.
उसने मुझे गुस्से से देखा और मेरे मुस्कान देख कर हंस दी.

वह मुझे किस करने लगी और उसने कहा कि तुमने आज मुझे जो खुशी दी है, उसके लिए अब मैं तुम्हारी दासी हूँ, तुम जो भी बोलोगे मैं वह करूंगी.

मैंने कहा- वह सब ठीक है मेरी जान, अभी इधर से निकल लो, कोई और आ गया तो तुम्हें चोदे बिना नहीं मानेगा.
वह मामले की गंभीरता को समझ गई और हम दोनों ने अपने कपड़े पहने.

हम दोनों घर आ गए.
इसके बाद मैंने उसे बहुत बार चोदा, उसकी गांड भी मारी.

वह सब कैसे हुआ, मैं फिर कभी बताऊंगा.

अब उसका साइज़ भी बहुत बढ़ गया है. उसका साइज़ 36-30-38 का हो चुका है. आज भी वह सिर्फ़ मुझसे से चुदवाती है.

तो ये थी मेरी टीन विर्जिनिटी लॉस्ट स्टोरी, आपको कैसी लगी. प्लीज कमेंट करके ज़रूर बताएं.
धन्यवाद.
abhishukla7067@gmail.com